जनपद सदस्य के पति को महिलाओं ने पीटा : मकान बनने से रोकने पर हुआ विवाद, जेवर लूट ले गईं, महिला ने छेड़छाड़ का लगाया आरोप…
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जनपद सदस्य के पति को महिलाओं ने लात-घूसों से जमकर पीट दिया। मामला जमीन विवाद से जुड़ा है। महिलाएं जनपद सदस्य और उसके पति को मकान बनवाने से रोकने गई थीं। जनपद सदस्य का आरोप है कि महिलाएं उनके जेवर भी लूट ले गई हैं। घटना 12 जनवरी को हरदीबाजार थाना क्षेत्र की है, इसका वीडियो अब सामने आया है।
कोरबा के सोमवारी बाजार निवासी भवानी राठौर पति राजेश कुमार हरदीबाजार से जनपद सदस्य हैं। भवानी और राजेश हरदीबाजार के भांठापारा में मकान बनवा रहे हैं। 12 जनवरी को भी मकान का निर्माण किया जा रहा था। इसी वक्त प्रेमा बाई, प्रीति सिदार समेत 10 से ज्यादा महिलाएं मौके पर पहुंच गईं और मकान बनवाने से रोकने लगीं।
घटना के वक्त राजेश और भवानी मौके पर नहीं थे। उन्हें तुरंत इस बात की जानकारी दी गई और वह मौके पर पहुंच गए। इसके बाद महिलाओं ने इनसे विवाद करना शुरू कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि महिलाओं ने राजेश को लात-घूसों से पीटना शुरू कर दिया। भवानी से भी मारपीट की गई है। घटना में दोनों पति-पत्नी घायल हुए थे।
जनपद सदस्य और उनके पति ने पुलिस को बताया है कि इस पूरे विवाद के बाद महिलाओं ने भवानी के गले से सोने का चेन, मोबाइल और जेब में रखा 26 हजार रुपए भी लूट लिया है। उन्होंने बताया कि हम वहां से किसी तरह से जान बचाते हुए भाग कर आए। पुलिस ने दोनों की शिकायत पर प्रीति, प्रेमा, चमरू, दुकालू मतवार समेत 10 से ज्यादा महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया था। भवानी और राजेश का कहना है कि महिलाएं जिस जमीन को लेकर विवाद कर रही हैं, वह हमारी है। इसका सीमांकन पहले ही हो चुका है। इसके बावजूद महिलाएं इस जमीन को सरकारी बताकर विवाद कर रहीं थी।
उधर, घटना के अगले दिन मामले में आरोपी बनाई गई एक महिला ने भी भवानी और राजेश के खिलाफ हरदीबाजार थाने में ही शिकायत की। महिला ने बताया है कि जमीन विवाद के चलते हम वहां गए थे और पहले हमने उन्हें यहां मकान नहीं बनवाने के लिए कहा था। इतने में भवानी और उसका पति राजेश वहां पर आ गए। महिला का आरोप है कि राजेश ने पहले उसके साथ छेड़छाड़ किया। उसे गालियां दीं। इसके बाद उसके साथ मारपीट की गई है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने भवानी और उसके पति के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।
महिलाओं का कहना है कि सरकारी जमीन पर इस तरह का निजी निर्माण करना ठीक नहीं है। यह पहले रास्ता हुआ करता था। इसका उपयोग आम लोग करते थे। अब यहां इन्होंने मकान बनवाना शुरू कर दिया है। ऐसे में यहां से आने-जाने में लोगों को रास्ते कैसे मिलेगा। इसी बात का हम विरोध कर रहे थे।
सौजन्य : DB