गिरीश सोनवानी
देवभोग : देवभोग विखसखण्ड के मोखागुड़ा ग्राम पंचायत में 14 वित्त की राशि से नाली निर्माण किया गया है, जिसमे गुणवत्ताहीन एवं घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया।स्टीमेट में हेंडबोरोकन का गिट्टी का उपयोग में नही है, लेकिन ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी के द्वारा इसका उपयोग किया गया। यह नाली निर्माण अंकुर घर से परमानंद घर तक करवाया जाना है।
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सरकारी नियमों की उड़ाई गई धज्जियां :- ग्राम मोखगुड़ा पंचायत में लगभग साठ सत्तर मीटर के नाली के लिए दो लाख एस्टिमेट तैयार किया गया लेकिन कम लम्बाई होने के वजह से 1 लाख 75 हजार रुपये की स्वीकृति मिला। इस्टीमेट के अनुसार निर्माण एजेंसी को नाली निर्माण में बेस 10 सेमी और क्रेशर गिट्टी का इस्तमाल करना था, पर ऐसा नही किया गया।
पंचायत पर सरपंच पति का कब्जा :-
गांव की जनता ने ग्राम पंचायत का सरपंच सावित्री नागेश को बनाया है। लेकिन पंचयात के बैठक से लेकर सभी कार्यो में सरपंच पति का कब्जा रहता है। पंचों के द्वारा कई दफा इस का विरोध भी किया, लेकिन सचिव द्वारा इस बात को टाल दिया जाता है।