छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रीय हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शनिवार से मूसलाधार बारिश जारी है। मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 21 जिलों के लिए येलो अलर्ट के साथ बस्तर और सरगुजा संभाग के 6 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मानसून द्रोणिका, निम्न दबाव के क्षेत्र और चक्रीय चक्रवाती घेरे के प्रभाव से प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश होगी।
मौसम विज्ञानी एचपी चन्द्रा के अनुसार एक सुस्पष्ट चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इस मानसून तंत्र के प्रबल होकर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर उड़ीसा पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पर अवदाब में परिवर्तित होने की प्रबल संभावना है। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर उड़ीसा और उत्तर छत्तीसगढ़ से गुजरने की प्रबल संभावना बन रहा है।
मानसून द्रोणिका निम्न दाब केन्द्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, शाजापुर, सिवनी, पेंड्रा रोड, संबलपुर और उसके बाद पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब के केंद्र होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणीका उत्तर-पूर्व अरब सागर से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा होते हुए 1.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
13 सितंबर को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा भारी से अति भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना है। 13 सितंबर को प्रदेश के बिलासपुर संभाग और उससे लगे हुए सरगुजा, दुर्ग और रायपुर संभाग के कुछ जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट हो सकती है।