बिलाईगढ़ : राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जादुई पिटारा खिलौना शिक्षण शास्त्र से संबंधित तीन दिवसीय आवासीय कार्यशाला रायपुर में संपन्न हुई। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में रायपुर संभाग के चुनिंदा शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया किया। इस कार्यशाला का प्रथम चरण 7 से 9 अगस्त तक था। इस कार्यशाला में बिलाईगढ़ ब्लॉक के 6 चुनिंदा सहायक शिक्षकों का चयन किया गया था। जिसमें श्री हेमंत कुमार श्रीवास, सरोजनी साहू , सुनीता साहू, भगवती साहू, उषा कुर्रे ,कविता यादव उपस्थित थे। ये शिक्षक विकासखंड में सभी शिक्षकों को जादुई पिटारा खिलौना आधरित प्रशिक्षण देंगे। कार्यशाला में संचालक राजेश सिंह राणा , प्रभारी प्रीति सिंह, मास्टर ट्रेन रीता मंडल, सूरज वाजपेयी, गोपेश साहू और श्वेता सिंह उपस्थित रहे । प्रशिक्षण के अंतिम दिवस सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। खिलौना आधारित शिक्षण शास्त्र में खिलौनों के माध्यम से मनोरंजन और रोचकता से पढ़ाई करने पर जोर दिया गया है विशेषकर प्रारंभिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को खिलौने के द्वारा सक्रिय रहकर कुछ सीखने पर ज्यादा सफलता प्राप्त होती है। इसके तहत विद्यार्थियों और शिक्षकों के द्वारा स्व निर्मित स्वदेशी खिलौनो को अपनी विद्यालय में स्थान देना है। खिलौनों के माध्यम से विद्यार्थियों में खोजी प्रवृत्ति, जिज्ञासा, कल्पनाशीलता, समझ के साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास संभव है। खिलौने बच्चों के प्रिय होते हैं और तत्परता से जुड़ाव होता है। स्वदेशी खिलौने से विद्यार्थी अपनी परंपरा , कला, संस्कृति आदि की समझ बढ़ाएंगे जिससे छात्रों में सीखने की उत्सुकता का विकास होगा।