छत्तीसगढ़ BJP के नेता और स्व. दिलीप सिंह जूदेव के छोटे बेटे युद्धवीर सिंह का महज 37 साल की उम्र में सोमवार तड़के करीब 4 बजे निधन हो गया। वह पिछले कई दिनों से लीवर की समस्या से जूझ रहे थे। उन्हें पहले दिल्ली और फिर बेंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उनका लीवर ट्रांसप्लांट होना था, लेकिन इससे पहले ही उनकी स्थिति बिगड़ गई। उन्हें डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा, पर तमाम कोशिशों के बावजूद जान नहीं बचा सके।
उनके निधन से छत्तीसगढ़ की राजनीति, खासकर जशपुर रियासत के युवाओं के उनके निधन से बड़ा झटका लगा है। रियासत के ‘छोटू बाबा’ यानी युद्धवीर सिंह जूदेव के चाहने वाले युवाओं की एक बड़ी संख्या है। अपने बेबाक बोल के चलते युद्धवीर विपक्ष में रहते हुए भी वह हमेशा चर्चित रहे। हर बात दमदारी से उठाई। फिर चाहे भ्रष्टाचार ही क्यों न हो। इसके चलते वह युवाओं में बहुत जल्द ही लोकप्रिय हो गए। कठिन चुनौतियों के बाद भी उन्होंने अपनी विशेष पहचान बनाई थी।