बलौदाबाजार : पुजारी ने मंदिर परिसर में पत्नी को जिंदा जलाया, पहले धारदार हथियार से किया हमला, फिर अधमरी हालत में गैस चूल्हे से जला दिया…ये थी वजह…

Must Read
- Advertisement -
- Advertisement -

बलौदाबाजार स्थित साईं मंदिर के पुजारी ने बुधवार देर रात चरित्र संदेह में अपनी पत्नी की हत्या कर दी। पुजारी दिनभर उससे विवाद और मारपीट करता रहा, फिर रात को घर पहुंचा और पत्नी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। जब वह अधमरी हो गई तो गैस चूल्हा जलाकर उसे पत्नी के ऊपर रख दिया। कमरे से आग निकलता देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने आरोपी पुजारी को हिरासत में ले लिया है। जांच पड़ताल के लिए FSL की टीम मौके पर पहुंच गई है। मामला भाटापारा थाना क्षेत्र का है।

- Advertisement -

जानकारी के मुताबिक, ग्राम सिद्ध बाबा में साईं मंदिर में बढ़ार के कोटमी गांव निवासी रामनारायण पांडेय (35) पुजारी है। वह मंदिर परिसर में ही पीछे की ओर बने मकान में पत्नी मंदाकनी पांडेय (25), अपने दो बच्चों और साले रामायण तिवारी (17) व साली पूजा तिवारी (15) साल के साथ रहता है। आरोप है कि रामनारायण पांडेय और उसकी पत्नी का बुधवार सुबह से विवाद हो रहा था। इस दौरान रामनारायण उससे मारपीट भी करता रहा।

छत्तीसगढ़ : नीट की परीक्षा देने आए युवती की करंट लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस…

बताया जा रहा है कि विवाद के दौरान जो कुछ भी रामनारायण के हाथ में आया, उसने पत्नी की उससे ही पिटाई की। इसके बाद दोपहर को घर से चला गया। रात करीब 9 बजे लौटा तो फिर पत्नी से मारपीट शुरू कर दी। उस पर धारदार हथियार से भी हमला किया। इतना पीटा कि वह अधमरी होकर बिस्तर पर गिर पड़ी। इसके बाद रामनारायण ने कमरे में ही बने किचन में रखे गैस चूल्हे को जलाया और पत्नी मंदाकिनी के ऊपर बार-बार रखने लगा। गैस चूल्हा बार-बार रखने से मंदाकिनी के कपड़ों और बिस्तर में आग लग गई। कमरे से आग निकलता देख ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। वारदात के दौरान रामनारायण का साला रामायण, साली पूजा और दोनों बच्चे घर में ही थे। आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया। इसके बाद उनके सामने ही आरोपी ने पत्नी को आग लगा दी। महिला मंदाकिनी का भाटापारा के तुमागांव में मायक है।

चौकी प्रभारी रोशन सिंह राजपूत ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि रामनारायण अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। शक के स्वभाव के चलते अक्सर पत्नी से विवाद करता था। महिला कभी अपने घर से बाहर नहीं निकलती थी। अपने भाई और बहन को भी अपने साथ रखे रही व दो छोटे छोटे बच्चे भी घर में ही रहते थे। वहीं आरोपी भी पूरा समय मंदिर परिसर और घर पर ही रहता था। फिलहाल महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

- Advertisement -
Latest News

नेशनल फेलोशिप अवार्ड से सम्मानित कसडोल विकासखंड के शिक्षक…

नेशनल फेलोशिप अवार्ड से सम्मानित कसडोल विकासखंड के शिक्षक... बिलाईगढ़ : पंचशील आश्रम दिल्ली में आयोजित 40 वें भारतीय दलित...

More Articles Like This

error: Content is protected !!