आकेश्वर यादव
बलरामपुर : महाविद्यालय बलरामपुर के हिन्दी विभाग में विभागीय शोध समिति (डीआरसी) की महत्वपूर्ण बैठक विगत दिवस को प्राचार्य एन. के. देवांगन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में प्री-पीएचडी कोर्स वर्क के शोधार्थियों ने पावरप्वाइंट के माध्यम से अपना प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में बाह्य परीक्षक के रूप में उपस्थित रहे शंकरगढ़ महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. पुनीत कुमार राय ने विद्यार्थियों को शोध की बारीकियों से अवगत कराया और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप शोध की आवश्यकता जताई। उन्होंने स्थानीय साहित्य और संस्कृति के अछूत पहलुओं को शोध के माध्यम से प्रकाष में लाने का आह्वान किया।
प्राचार्य एन. के. देवांगन ने महाविद्यालय के हिन्दी शोध केन्द्र कों विद्यार्थियों के लिए एक अवसर बताते हुए कहा कि महाविद्यालय का हिन्दी विभाग बलरामपुर जिले का एक मात्र शोध केन्द्र है, जिसे संत गहिरा गुरू विष्वविद्यालय अम्बिकापुर द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। विद्यार्थियों को इस दूरस्थ अंचल में मिली सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। शोध कार्य उनके कैरियर निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार पाण्डेय, शासकीय महाविद्यालय सीतापुर श्रीमती स्नेहलता खलखो, शासकीय महाविद्यालय कुसमी डी.पी.साहू, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बलरामपुर कु. प्रियंका जायसवाल सहित स्नातकोत्तर हिन्दी के विद्यार्थी उपस्थित रहे।