देवभोग क्षेत्र में आबकारी विभाग की निष्क्रियता से शराब माफिया बेखौफ, झिल्ली पाउच का बढ़ा अवैध कारोबार…
गिरीश सोनवानी
गरियाबंद : आबकारी विभाग की लापरवाही और निष्क्रियता के चलते देवभोग क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब कारोबारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। कुम्हड़ाईकला, झाँखरपारा, सरगी बहाली, डूमरबहाल, दरलीपारा, खुटगांव, उसरिपानी , नांगलदेही सहित आसपास के अनेक गांवों में खुलेआम ओडिशा निर्मित झिल्ली पाउच शराब का अवैध विक्रय जोरों पर चल रहा है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार इन इलाकों में रोजाना सैकड़ों की संख्या में झिल्ली पाउच शराब की बिक्री होती है, जिससे आम लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि एक-एक गांव में प्रतिदिन दो से तीन बोरी झिल्ली पाउच की खपत हो जाती है। यदि पूरे क्षेत्र की बात करें तो प्रतिदिन लगभग 150 से 200 बोरी शराब की अवैध बिक्री की जा रही है।
छोटे कोचियों पर दिखावटी कार्रवाई, बड़े माफियाओं पर विभाग मौन : क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि आबकारी विभाग समय-समय पर केवल छोटे शराब विक्रेताओं पर दिखावटी कार्रवाई कर अपनी कर्मठता का प्रदर्शन करता है, जबकि बड़े शराब तस्कर और उनके सरगना हमेशा कार्रवाई से बच निकलते हैं।
सूत्रों का कहना है कि जब भी जिले के अधिकारी क्षेत्रीय दौरे पर आते हैं तो बड़े शराब कारोबारियों को पहले से इसकी जानकारी मिल जाती है। इससे यह संदेह और गहरा हो जाता है कि कहीं न कहीं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और शराब माफिया के बीच मिलीभगत हो सकती है।
पर्व-त्योहारों पर बढ़ जाती है खपत : जानकारी के अनुसार जब भी क्षेत्र में कोई धार्मिक पर्व, मेला या सामाजिक कार्यक्रम आयोजित होता है उस दौरान झिल्ली पाउच शराब की खपत कई गुना बढ़ जाती है।ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की उदासीनता से शराब विक्रेताओं के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे अब खुलेआम शराब बेचने से भी नहीं डरते।
स्थानीय लोगों में बढ़ रहा आक्रोश : ग्रामीणों में विभाग की निष्क्रियता को लेकर गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यदि आबकारी विभाग ने शीघ्र ही ठोस कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होंगे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि क्षेत्र में फैल रहे इस अवैध कारोबार पर रोक लगाई जा सके और लोगों के स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।



















