रायगढ़ : कहते हैं नशा नाश का जड़ है, लेकिन जब इंसान इसके गिरफ़्त में आता है तो शुरू होता है गुनाहों का सिलसिला जो कि एक ऐसे अंजाम में तब्दील होता है जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती। कुछ ऐसा ही शर्मनाक घटना सारंगढ़ के ग्राम पहंदा में घटित हुआ, जहां दो व्यक्ति स्कूल बस के अंदर में गांजे का सेवन कर अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे। मना करने पर मारपीट और बदनीयती में उतर गये। जिसकी सूचना केडार थाने में दी गयी एवं सूचना के आधार पर महिला एवं अन्य प्रत्यक्षदर्शियों से बयान लेकर थाने में एफआईआर भी दर्ज किया गया है।
प्रार्थिया के आवेदन के अनुसार-
प्रार्थी अहिल्या बाई पति राजकमल साहू जो कि ग्राम पहंदा थाना केडार कि निवासी है। जिनके घर के सामने ग्राम कटेली के लक्ष्मी साहू जो उनके रिश्तेदार है जिसके पास एक स्कुल बस है जिसमे बच्चों को स्कूल ले जाने और वापिस लेन का कार्य करता है। उक्त बस को रिश्तेदार होने के नाते प्रार्थिया के घर के सामने प्रतिदिन खडा करता है। लेकिन दिनांक 14.11.2021 को प्रतिदिन के भांति 02:30 बजे बस को प्रार्थिया के घर के सामने खडा किया था कि शाम को करीब 06:00 बजे प्रार्थी अपने घर के सामने में बैठे थे जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर बैठा जाता है तभी बस के पीछले दरवाजा इंमजेंसी दरवाजा खुला था कि उसी समय बस के खल्लासी कार्य करने वाले खेमराज चौहान आया और बस के दरवाजा को बंद करने लगा। लेकिन खलासी खेमराज ने देखा कि बस के अंदर सोमनाथ और महेश्वर गांजा पी रहे थे जो खेमराज को गाली गलौज धक्का मुक्का करने लगे तब उसके द्वारा बस में कुछ होगा तो तुम लोग जानोगे बोला कि बस में बैठे सोमनाथ और महेश्वर साहू गंदा गंदा गाली देने लगे। प्रार्थिया अहिल्या बाई ने समझाईश दी कि हमारे घर के सामने गाली मत दो तो महेश्वर एवं सोमनाथ प्रार्थिया को ही गाली देने लगे और बस से दोनो उतरकर प्रार्थिया के साथ बेज्जती करने की नियत से हाथ बाह पकड लिये। इतने में भी नशे में धुत्त दोनो का गुस्सा शांत नही हुआ और गुस्से में प्रार्थिया के पहने साडी को भी खिंचने लगे। प्रार्थिया के बचाव में चिल्लाने पर उसके देवर राजेश साहू आये और उनके द्वारा उन्हे हटाने लगे, लेकिन कहा जाता है नशे में कौन किसकी सुनता है। नशे और बल के घमंड में दोनो राजेश साहू को भी गंदा गंदा गाली देकर हमको छुडाने आया है बोलते हुये वही बांस के डंडा एवं लोहे के पाईप से ताबड़तोड़ वॉर कर दिए, जिससे राजेश साहू के दाहिने हाथ में चोंट आया है। आरोपियों को मारता देख पार्थिया का बेटा शाशीकांत भी आया तो उसके साथ भी हाथा पाई करने लगे एवं गाली गलौज कर उसे भी जान से मारने की धमकी देने लगे। सोमनाथ और महेश्वर के द्वारा लोहे के पाईप से राजेश साहू को बेरहमी से मारने से हाथ टूट गया है। लेकिन अगर उनका देवर राजेश साहू नही आता तो शायद प्रार्थिया का बेज्जती ही कर देते। इस शर्मनाक घटना के गवाह
रामकुमार साहू, उदल पटेल, तुलसी चौहान, पतिराम साहू भी थे जो सभी घटनाओं को देखे और सुने है। मामला गम्भीर है जिसे देखते हुये थाना प्रभारी ने तत्काल संवेदनशीलता दिखाते हुवे पीड़िता का बयान लिया और आईपीसी की धारा 294, 506, 232, 354 और 34 के तहत अपराध पंजीबद्घ कर आरोपियों को धर-पकड़ हेतु आदेशित कर दिया है। खबर लिखते तक आरोपीगण पुलिस के पकड़ से बाहर हैं। जिन्हें जल्द ही सलाखों के पीछे करने की बात कही जा रही है।
सरपंच प्रतिनिधि मुकेश साहू के रवैये पर उठ रहा सवाल – सरपंच, जिनसे जनता यह उम्मीद लगाये रहती है कि वो गांव का मुखिया है और कहा जाता है मुखिया मुख से चाहिए “खान-पान सो एक” लेकिन जब मुखिया और उनके प्रतिनिधि ही पक्षपात में उतारू हो जाये तो ग्रामवासियों की उम्मीद पर पानी फिरने की कहावत चरितार्थ हो जाती है। क्योंकि उक्त संगीन घटना में पीड़ित पक्ष ने सरपंच पुत्र मुकेश साहू पर आरोप लगाया है कि न्याय करने की जगह सरपंच प्रतिनिधि ही आरोपियों को बचाने में लगे हैं। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि सरपंच प्रतिनिधि पीड़ितों को आपसी रजामंदी हेतु दबाव डाल रहा है।