रायगढ़ : दो दिन पूर्व ही भगवान शिव की भक्ति आराधना का समय सावन का महीना शुरू हुआ है। इस दौरान लाखों की संख्या भक्त अपने अपने सामर्थ्य अनुसार खासकर सोमवार के दिन भगवान को भेंट देने मंदिर पहुंचते है । मन्नत के लिए कोई जलाभिषेक करता है तो कोई भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखता है। कई भक्त श्रृंगार पूजन भी करते है। वहीं एक शिवभक्त महिला ने कल सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ को मनोकामनापूर्ति के लिए जीभ अर्पित कर दी।
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बता दे कि भक्ति में लीन एक महिला ने सावन के पहले सोमवार के दिन तड़के सुबह शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए अपनी जीभ काट कर मंदिर में चढ़ा दी और वही तपस्या में लीन होकर बैठ गई है। मामला जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम लोहरसिंह का है। जहां बिजना की ओर जाने वाली सड़क के पास तरुण तालाब के किनारे स्थित परिजनों के ही मंदिर में महिला ने शिव भक्ति में लीन होकर अपनी जीभ काट कर शिवलिंग में चढ़ा दी है।
मिली जानकारी अनुसार शिवलिंग में अपनी जीभ चढ़ाकर तपस्या में लीन होकर बैठने वाली महिला का नाम पद्मिनी नायक पति सुंदर लाल नायक है। जो कोड़ा तराई भाजपा मंडल अध्यक्ष डोल कुमार नायक की मां है।
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महिला के बेटे डोल कुमार नायक ने बताया कि उनकी मां शादी से पहले 15 साल की उम्र में जांजगीर-चांपा जिले के तहत आने वाले गांव कोटमीसुनार में पहले भी एक बार अपनी जीभ का कुछ हिस्सा काटकर मंदिर में चढ़ा दी और तपस्या में बैठी हुई थी। 10 दिन तक तप करने के बाद वह घर आई थी। उन्होंने आगे बताया कि उनकी मां सुबह 4:00 बजे मंदिर आई। उस वक्त घर के किसी भी सदस्य की नींद नहीं खुली थी, वह उठकर आई उसे कोई नहीं जा रहे हैं जब घर में काम करने वाली बाई सुबह 6:30 बजे आई तो मामले के बारे में पता चला। डोलकुमार नायक ने बताया कि मंदिर से लगभग 1 किलोमीटर दूर पर उनका घर है। सुबह जब मामले के बारे में पता चला तो वे सहपरिवार मंदिर के पास आए, जहां उनकी मां जीभ का कुछ अंश काटकर लिंग में चढ़ा दी थी। उन्होंने महिला को घर ले जाने का प्रयास किया परंतु इशारों में घर जाने से मना कर दी।




















