बलौदाबाजार : ग्रामीण स्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण में पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं जिले में संचालित हो रहे विविध प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी राज्य एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान करनें के उद्देश्य से जिला पंचायत संसाधन केंद्र (डीपीआरसी) के द्वारा ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें कसडोल एवं भाटापारा जनपद पंचायतों क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गण शामिल हुए। उक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने पंचायत प्रतिनिधियों को कोविड संबंधित सामान्य जानकारी देते हुए शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बताया की जिला मुख्यालय स्थित मंडी में कोविड सेंटर बनाया गया है। तथा आवश्यकता पड़ने पर 108 एंबुलेंस के माध्यम से मरीज को केंद्र में भिजवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड के लक्षण होने पर तत्काल कोविड का जांच करा लेवें और यदि मरीज संक्रमित होते है तो वह होम आइसोलेशन के जगह कोविड सेंटर में भर्ती होकर इलाज को प्रोत्साहन करे। इससे ग्रामीणों अंचलों में संक्रमण का विस्तार बहुत हद तक कम किया जा सकता है। क्योंकि गावों में निस्तारी की समस्या बनी रहती है। अतः आप सभी इस हेतु विशेष सावधानी एवं लोगों को जागरूक करे। साथ ही अब नये गाइडलाइंस के अनुसार वर्तमान में होम आइसोलेशन अब 7 दिनों का हो गया है। गांव में किसी प्रकार के कोविड लक्षणों वालों की सूचना स्वास्थ विभाग को प्रदान किया जावे । इसी तरह मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाना शासन का प्रमुख उद्देश्य है। ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को रोका जा सके। सरकार इसके लिए संस्थागत प्रसव पर 14 सौ रुपये की राशि भी प्रोत्साहन स्वरूप देती है। इस हेतु 102 वाहन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त गांव में पंचायत स्तर पर स्वच्छता आदि कुछ ऐसे कार्य भी हैं जो पंच प्रतिनिधि स्वयं ही अपने स्तर पर कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत रिसदा का उदाहरण देकर जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों ने कैसा सहयोग किया वह भी बात बताया गया। इससे अन्य स्वास्थ्य संबंधी असुविधा का सामना भी नही करना होगा सीएमएचओ ने जन प्रतिनिधियों से कहा कि अपने क्षेत्र के अस्पताल में वह स्वयं भी भ्रमण करके सुविधाओं का जायजा ले सकते हैं क्योंकि यह अस्पताल उनके अपने ग्राम स्तर पर लोगों की सुविधा हेतु ही स्थापित किया गया है। साथ ही किसी प्रकार की कोई कमी पाए जाने पर सीधे मुझसे बता सकते हैं उपलब्ध संसाधनों के आधार पर समय पर उस समस्या का निराकरण करने का भी प्रयास किया जावेगा।