बिलाईगढ़ : बिलाईगढ़ के ‘दृश्यम’ से पुलिस भी परेशान है. कई दिनों से पुलिस मामले के तह तक जाने की कोशिश कर रही है. लेकिन पुलिस और भी उलझती जा रही है. युवक के लापता होने का रहस्य सुलझा ही नहीं था कि रहस्यमयी ढंग से 3 दिन बाद युवक की लाश बरामद हो गई. पुलिस का मानना है कि युवक की हत्या करके लाश छिपाया गया होगा. उसके बाद आरोपियों ने तालाब में कूदने वाली कहानी गढ़ी होगी. बाद में दबाव के चलते लाश को फिर से तालाब में फेंका गया होगा. लाश बरामद होने के बाद मृतक युवक के शव और आसपास का मुआयना किया गया. मृतक युवक लोमेश साहू के शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान मिले हैं. तालाब के किनारे फोर व्हीलर के चक्के के निशान भी मिली हैं. फोर व्हीलर के चक्के के निशान से मामला पुख्ता होता नजर आ रहा है कि आरोपियों ने मृतक युवक की लाश कहीं और से लाकर बीते कल ही तालाब में फेंका होगा.
मामले में पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. संदेही युवकों ने पुलिस को बयान दिया था कि वे लोमेश साहू को प्रेम प्रसंग मामले के चलते मारपीट करने के लिए तालाब के पास ले गए थे. मारपीट के दौरान लोमेश साहू उनके चंगुल से भाग गया. आरोपियों के चंगुल से भागकर लोमेश साहू ने तालाब में छलांग लगा दी. संदेहियों के इस बयान को आधार बनाकर बिलाईगढ़ पुलिस ने स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फ़ोर्स (एसडीआरएफ) की टीम बुलाकर तालाब में लापता युवक की तलाश की गई. शव 48 घंटों में भी नहीं मिला. बाद में वाटर कैमरे की भी मदद ली गई. इसमें भी गोताखोर थक हार गए. तालाब में लोमेश साहू का शव बरामद ही नहीं हो सका. बाद में पुलिस ने दोनों संदेहियों को छोड़ दिया. संदेहियों को छोड़ने के बाद पुलिस ने तालाब के आसपास की फिर से निगरानी की. इसी बीच आज सुबह ही लोमेश साहू की लाश तालाब में तैरती हुई मिली. इसके बाद पुलिस ने दोनों संदेहियों को फिर से हिरासत में ले लिया है.
सौजन्य : हरिभूमि