दंतेवाड़ा जिले के मुरकी गांव के दंपती की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दिया है। हत्या में शामिल 10 आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुरकी गांव निवासी सभी आरोपियों ने गांव के डबरी के पास कुल्हाड़ी और चाकू से वार कर पति-पत्नी की हत्या की थी। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने वारदात को इसलिए अंजाम दिया क्योंकि मृतकों में शामिल अधेड़ ने एक कार्यक्रम के दौरान टंगिया लेकर उन्हें दौड़ाया था।
दरअसल, 17 अक्टूबर को रामा ओयाम (55) और उसकी पत्नी मासे ओयाम (45) का शव गांव के एक डबरी के पास मिला था। परिजनों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। इस बीच 24 अक्टूबर को पुलिस को पता चला कि रामा का गांव के लोगों से ही विवाद हुआ था। इसके बाद ही उसकी और उसकी पत्नी की हत्या हुई है।
मामले में पुलिस ने गांव के 10 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि 16 अक्टूबर को गांव में नवाखाई त्योहार मनाया जा रहा था। उस दौरान गांव के लोग नाच, गाना में व्यस्त थे। सभी नाचते-गाते राम ओयाम के घर गए थे। तभी रामा ने ग्रामीणों को टंगिया लेकर मारने के लिए दौड़ाया था।
आरोपियों ने 17 अक्टूबर को वारदात को उस वक्त अंजाम दिया था, जब रामा ओयाम और उसकी पत्नी मासे गांव से पटेलपारा की ओर जा रहे थे। आरोपियों ने बताया कि वे वहां पर पहले से ही मौजूद थे। मौका लगते ही सभी ने मिलकर पहले रामा की हत्या की। उसकी बीवी भी साथ थी इसलिए उसे भी मार डाला था। सभी ने मिलकर पहले दोनों पर टंगिया से वार किया था। फिर चाकू से गला रेतकर दोनों की हत्या कर दी थी।
दंपती की हत्या में मुरकी के रहने वाले सोमारू मंडावी, रमेश मंडावी, सुरेश ओयाम, लक्ष्मण ओयाम, सुखनाथ कोहरामी, फागु कोर्राम, जयराम मुचाकी, पांडू उर्फ माहरु, सुखराम मिडियामी व जोगा शामिल थे। पुलिस के सामने सभी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।