छत्तीसगढ़ : ठंड से बचने का उपाय करना पड़ा भारी…इंट भट्ठे के ऊपर कंबल ओढ़कर सोए…सुबह मिली तीनों की लाश…पढ़े पूरी खबर…
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम खजुरी में बीती रात ईंट भट्ठे के ऊपर सो रहे तीन ग्रामीणों की दम घुटने से मौत हो गई। सभी युवक एक ही परिवार के थे । उनके साथ सो रहा एक अन्य ग्रामीण रात को नीचे गिर गया था और दूबारा नहीं चढ़ा, जिससे उसकी जान बच गई। चारों रात को नशे की हालत में थे। ठंड से बचने के लिए वह ईंट भट्ठे के ऊपर सो रहे थे। पुलिस ने तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला पूरा गणेश मोड़ थाना क्षेत्र का है।
दरसअल, ग्राम खजूरी में भी ग्रामीणों ने कच्चा ईंट तैयार किया था। इसे पकाने के लिए व्यवस्थित तरीके से एक स्थान पर सभी को जमाकर रखा गया था। रविवार को लकड़ियों के माध्यम से पकाने की व्यवस्था भी कर ली गई थी। उसमें दोपहर बाद आग लगा दी गई थी। इसी छोटे ईंट भट्ठे के ऊपर रविवार की रात चार लोग सो रहे थे। सभी ने कंबल भी ओढ़ रखा था। भोर में तीन बजे अजय नामक युवक की तेज गर्मी के कारण नींद खुल गई थी। संतुलन बिगड़ने से वह कम ऊंचाई के भट्ठे से नीचे भी उतर गया था। इसके बाद सुबह जब भट्ठे के ऊपर सो रहे लोगों की नींद नहीं खुली तो संदेह हुआ। अजय ने आवाज भी लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला,ऐसे में उसने गांव वालों को सूचना दी। गांव वाले मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीनों युवक ने कंबल ओढ़ रखा था, लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं थी। कंबल हटा कर देखने पर पता चला कि तीनों की मौत हो चुकी है। घटना की खबर लगते ही बड़ी संख्या में गांव वाले मौके पर पहुंच गए। तीनों को भट्टे से नीचे उतारा गया।
मिली जानकारी के अनुसार , मृतकों का नाम 28 वर्षीय राजदेव, 40 वर्षीय बनवा राम है। वह ग्राम खजुरी का निवासी है। 20 वर्षीय छोटू कुमार है। ग्राम असोला का निवासी है।
पुलिस ने बताया कि, राजदेव ने ईंट पकाने के लिए लकड़ी से भट्ठे में आग लगाई थी। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए वह भट्ठे की मेड़ में चढ़ गए थे। रात को कंबल ओढ़कर सोने के कारण चारों का दम घुट गया। लकड़ी के धुएं के चलते आक्सीजन की कमी होने के कारण उनका दम घुटने की आशंका है।