छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में एक महिला द्वारा मां से अवैध संबंधों के चलते टंगिया से वार कर अपने ससुर की हत्या करने का मामला सामने आया है। हत्या के बाद उसने पिता के साथ मिलकर शव के गले में पत्थर डालकर उसे नदी में फेंक दिया। जब पांच दिन से ससुर गायब रहा तो उनकी बेटी ने FIR दर्ज कराई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने पिता-पुत्री के साथ हत्या में साथ देने वाले और जानकारी छिपाने के आरोप में 4 लोगों को हिरासत में ले लिया है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम मानपुर निवासी चैन सिंह मैना एक अक्टूबर को दवाई लेने जाने की बात कह कर घर से निकला था। लेकिन इसके बाद से उसका कुछ अता पता नहीं था। यहां तक कि 5 अक्टूबर तक भी चैन सिंह घर वापस नहीं लौटा। इसके बाद उसकी बेटी चंद्रकली ने अपने भाई के साथ थाने में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस दौरान 6 अक्टूबर को ग्राम बनझोरका टिकरीकला में अरपा नदी में एक शव मिला। जब पुलिस ने शव बाहर निकलवा कर उसकी पहचान कराई तो शव की पुष्टि चैन सिंह चैन सिह के रूप में हुई।
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वार से टूट गई गले की हड्डी, कोमा में जाने से हुई मौत :- जब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो यह पता चला कि किसी धारदार हथियार से गले पर वार किया गया है। इसकी वजह से गले की हड्डी टूट गई और कोमा में जाने से चैन सिंह की मौत हो गई। जब पुलिस ने जांच करनी शुरू की तो यह पता चला कि चैनसिंह के अपनी समधन अमिता बाई के साथ अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर पहले अमिता के पति कुंवर सिंह से उसका झगड़ा भी हो चुका था। यहां तक कि कुंवर सिंह ने चैन सिंह को धमकी भी दी थी। फिलहाल पुलिस ने अमिता बाई को हिरासत में ले लिया है।
मां के साथ ससुर को आपत्तिजनक हालत में देख कर दी हत्या :- अमिता बाई ने पुलिस से कहा कि एक अक्टूबर की रात को तकरीबन 12 बजे के आसपास चैन सिंह शराब पीकर घर पहुंचा। फिर वह अमिता बाई को घर से कुछ दूर ले गया और संबंध बनाने लगा। ठीक उसी समय अमिता बाई की बेटी राम प्यारी ने उन्हें देख लिया। पहले भी उसने दोनों को ऐसा करने से मना किया था। यहां तक कि इसको लेकर उसके ससुर चैन सिंह ने राम प्यारी से मारपीट भी की थी। अब एक बार फिर से दोनों को इस हालत में देखकर रामप्यारी ने गुस्से में आकर टंगिया से चैन सिंह पर वार कर दिया।
नाले में छिपा दी लाश, अगले दिन फेंक दिया नदी में :- चैन सिंह की हत्या करने के बाद मां-बेटी ने एक दिन के लिए शव को नदी के किनारे स्थित नाले में छिपा दिया। जब अगले दिन बाहर कमाने गया अमिता का पति कुंवर सिंह वापस लौटा तो उसे पूरी घटना के बारे में पता चला। फिर कुंवर सिंह, अमिता बाई और अमिता की मां बिरसिया बाई तीनों ने साथ मिलकर चैनसिंह की लाश के गले में पत्थर डाल दिया और उसे प्लास्टिक की बोरी से बांधकर नदी में बहा दिया। सबूत मिटाने के लिए अमिता बाई ने रास्ते में गिरे खून को भी मिट्टी समेत खोदकर पानी वाले खेत में डाल दिया।
जानकारी होने पर भी पुलिस को नहीं दी सूचना इसलिए 5 अन्य भी बनाए गए आरोपी :- जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उनकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त औजार, गले मे बंधा हुआ पत्थर, चैन सिंह की साइकिल, खून से सनी मिट्टी और अमिता के खून लगे कपड़े बरामद किए हैं। एसपी त्रिलोक बंसल ने बताया कि गांव के बलराम मैना, समारु भैना, गुलाब सिंह, रामसिंह, यशपाल सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि उन्होंने घटना के संबंध में पहले से जानकारी होने बाद भी थाने में सूचना नहीं दी।