छत्तीसगढ़ : सरपंच सहित परिवार की लाठी और रॉड से पिटाई, उप सरपंच पति ने साथियों के साथ मिलकर मारा, महिला के कपड़े फाड़े, पढ़िए क्या है पूरा मामला…
छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में एक महिला सरपंच और उसके परिवार की सरेराह पिटाई कर दी गई। पुरानी रंजिश के चलते उनके ही गांव की उपसरपंच पति ने अपने साथियों के साथ मिलकर परिवार पर लाठी और रॉड से हमला कर दिया। इससे 3 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। वहीं आरोपियों ने सरपंच के बेटों का कपड़ा फाड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। मामला डभरा थाना क्षेत्र के घोघरी ग्राम पंचायत का है। घटना का वीडियो भी सामने आया है।
बता दे कि मुनुदाई सिदार पति समारू लाल सिदार घोघरी ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। सरपंच पद के काम के लिए उनका सहयोग उनके पति समारू लाल भी करते हैं। शुक्रवार को पति-पत्नी अपने 2 बच्चों और पंचायत के अन्य लोगों के साथ गांव में सुलभ शौचालय का ले-आउट बनाने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान वहां पर पहले से ही गांव की उपसरपंच दिनेश्वरी जायसवाल का पति रामआश्रय जायसवाल भी मौजूद था।
बताया जा रहा है कि रामआश्रय ने जैसे ही सरपंच और उसके परिवार को देखा वो उनके साथ गाली-गलौज करने लगा। गाली देने पर सरपंच के बेटे योगेश और नूतन ने उसे मना किया। मगर वह नहीं माना, वह बार-बार गाली देता रहा। इस पर सरपंच अपने पति और बच्चों के साथ उसकी शिकायत करने थाने जाने लगीं। इस दौरान जैसे ही परिवार के लोग अपनी गाड़ी में बैठने के लिए आगे बढ़े। रामआश्रय ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर सरपंच और उसके परिवार का मारना शुरू कर दिया। लाठी और रॉड से उन्हें पीटा गया। इतनी ही नहीं पीटते-पीटते महिला सरपंच के शरीर से साड़ी नीचे आ गया। उसके बेटों के भी कपड़े फाड़ दिया। मारपीट के बाद आरोपी अपने साथियों के साथ भाग निकला। मारपीट में सरपंच पति और उससे दोनों बेटे गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना के बाद आस-पास के लोगों की मदद से घायलों को रायगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका उपचार किया जा रहा है। साथ ही मामले की शिकायत थाने में भी दर्ज कराई गई थी।
सरपंच पति ने इस्तीफा मांगा तब से विवाद : इधर, इस मामले में ये बात पता चला है कि उपसरपंच दिनेश्वरी जायसवाल पारिवारिक विवाद के चलते गांव में रहती ही नहीं थी। वहीं वो पंचायत की किसी बैठक में भी शामिल नहीं होती थी। गांव में नहीं रहने की वजह से ही कुछ समय पहले सरपंच पति समारू लाल दिनेश्वरी के घर कुछ पंचायत के दस्तावेज में हस्ताक्षर कराने गया था। इसी दौरान किसी बात को लेकर समारू ने उपसरपंच से कह दिया था कि जब तुम्हें पंचायत आना ही नहीं है, गांव में भी नहीं रहना है तो इस्तीफा दे दो। यही बात सुनकर उपसरपंच पति रामआश्रय नाराज हो गया था। उसी समय से उसने सरपंच पति के खिलाफ रंजिश पाल ली थी।