हड़ताल : महाजनों द्वारा साड़ी की बुनकरी पर कम कीमत की वजह से कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा…
दिनेश देवांगन
कटगी : कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ कि अब तक की सबसे सफल बैठक कटगी में शुक्रवार शाम को हुई जिसमें 27 गांवों के बुनकर बैठक में शामिल हुए ऐसा पहली बार हो रहा है इस बैठक में अलग-अलग गांवों के 52 महाजनों को निमंत्रण दिया गया था जिसमें कोई भी महाजन बैठक में शामिल नहीं हुए जिसके बाद देवांगन बुनकर महासंघ द्वारा निर्णय लिया गया है कि सभी बुनकरों को अपना-अपना काम बंद करने का निर्णय लिया गया है।
महाजन कौन है?
जानकारी के मुताबिक देवांगन बुनकर द्वारा जो साड़ी बनाया जाता है उसे महाजन के पास साड़ी बनाकर देते हैं सबसे पहले महाजन द्वारा बुनकर को ताना-बाना, धागा ,ओइरन और लटी जैसें समाग्री दिया जाता है जिससे साड़ी का निर्माण होता है और वर्तमान में अधिक संख्या में बुनकर बाधी साड़ी बनातें हैं, जिनकी बुनकरी का मुख्य कीमत 2700 रुपए है वहीं बुनकरों को इन दिनों 2500 रुपए प्रति साड़ी दिया जा रहा है वहीं यह भेदभाव कई महाजनों द्वारा किया जा रहा है।
बुनकरों ने काम बंद का पुरजोर से विरोध कर रहे हैं कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ की नींव कटगी के बुनकरों द्वारा रखा गया है जिसके बाद 27 गांवों के बुनकर इस महासंघ मे शामिल हुए और सहमती भी दी वहीं निर्णय का पालन किया जा रहा है सभी बुनकरों ने 22 मार्च से काम बंद किया है जब तक कोई बड़ी उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तब तक काम फिर से शुरू नहीं होगी।
कुटीर उद्योग के अन्तर्गत आता है बुनकरी : यह साड़ी, कपड़ा बनाने का काम कुटुर उघोग के अन्तर्गत आता है जिनकी साड़ी की कीमत महाजन जब चाहे कीमत कम कर रहे हैं वहीं कई बुनकरों को सही कीमत दिया जा रहा है जो बुनकरों के साथ सीधा-सीधा भेदभाव किया जा रहा है।
कोष्टा बुनकर महासंघ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अरुण देवांगन ने कहा : गरीब बुनकरों को सही कीमत नहीं दिया जा रहा है जब तक साड़ी की सही कीमत नहीं मिलती तब तक ये बुनकरों की हड़ताल अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। पुरा महासंघ बुनकरों द्वारा 52 महाजनों द्वारा साड़ी की सही कीमत नहीं देने पर यह निर्णय लिया गया है, हमारे संघ द्वारा 52 महाजनों को महासंघ की बैठक में निमंत्रण दिया गया था जिनमें सभी महाजन अनुपस्थिति थे यह बैठक देवांगन धर्मशाला कटगी में शुक्रवार शाम को हुई। जिनमें 27 गांवों के बुनकर बैठक में शामिल हुए थे। जिसके बाद हमारे संघ द्वारा यह निर्णय लिया गया है।