गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के राजकीय पशु वन भैंसा के संवर्धन में जोर का झटका लगा है। प्रदेश की इकलौती मादा वन भैंसा ‘खुशी’ की गुरुवार तड़के मौत हो गई। उसे गरियाबंद के उदंति अभ्यारण्य में रखा गया था। टाइगर प्रोजेक्ट के तहत वन विभाग उसके प्रजनन के प्रयास में लगा था। बताया जा रहा है कि खुशी को दो दिन से बुखार था। डॉक्टरों की टीम उसका उपचार करती रही, लेकिन बचाया नहीं जा सका। सूचना मिलने पर अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं।
दरअसल, प्रदेश में राजकीय पशु की संख्या बढ़ाने के लिए वन विभाग लगातार कई सालों से प्रयास कर रहा था। इसके लिए वैज्ञानिक पद्धति से खुशी के जरिए ब्रीडिंग की जा रही थी, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी थी। इससे पहले ही तड़के करीब 4 बजे मादा वन भैंसा खुशी की मौत हो गई। वन विभाग के पास अंतिम मादा वन भैंसा ‘खुशी’ ही एक उम्मीद की किरण बची थी। मौत की पुष्टि अभ्यारण्य के उपनिदेशक आयुष जैन ने की है।