गिरीश सोनवानी
देवभोग : केंद्र सरकार के द्वारा जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। ताकि गांव में स्वच्छ पेय जल मुहैया करा सके लेकिन जल जीवन मिशन के द्वारा ठेकेदारों द्वारा जो कार्य करवाया जा रहा है काफी घटिया एवं स्तरहीन निर्माण करवाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कुछ पंचायतों में जो पाइपलाइन बिछा तो दिया है तो कहीं पर पानी नहीं चालू किया गया है। तो कहीं पानी टंकी बनकर तैयार है। यह बात विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी भी भली-भांति अवगत है। ब्लॉक के कुछ गांव है जहां पर जैसे कुम्हडाई खुर्द ,कुम्हडाई कला, झाखरपारा, सुकली भाटा ()पुराना) बरकानी, केटपदार, गिरसूल ,बाड़ीगांव इन गांव में पानी टंकी तो बना दिया गया है लेकिन ग्रामीणों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। अभी कुछ गांव ऐसे है। जहा कार्य की गति धीमी चल रही है। कहि कहि पर ठेकेदारों के द्वारा कार्य को बंद कर दिया और अधूरे ही छोड़ दिये गए है। अब तक गलियों में तोड़े हुए सीसी सड़क को ठेकेदार के द्वारा पूरी तरह से ठीक नही किया गया है। जल जीवन मिशन ग्रामीण अंचल में जो कार्य सोपीस बनकर रह गया है। संबंधित विभाग के अधिकारी एव ठेकेदार के लापरवाही के चलते कार्य को अंजाम दिया जा रहा है ।जल जीवन मिशन योजना का कार्य ठेकेदारों के द्वारा किया जा रहा है ।जिससे शासन के स्टीमेट एवं मापदंड को दरकिनार कर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे घटिया एवं गुणवत्ता हीन कार्य होने के बावजूद भी संबंधित निर्माण एजेंसी का आसानी से बिल भी निकल जाता है। इससे साफ अंदाजा लगाया जाता है विभाग के अधिकारी ठेकेदार से मिलीभगत से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।