घटना मंचन की खबर का असर : प्रकाशित रिपोर्ट के बाद नगर पंचायत पवनी में शुरू हुई स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत…
बिलाईगढ़ : नगर पंचायत पवनी में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों की समस्या पर कल ही घटना मंचन ने एक समाचार प्रकाशित की गई थी, जिसमें नागरिकों की नाराज़गी, अंधेरे में डूबी गलियाँ और प्रशासन की अनदेखी को उजागर किया गया था। रिपोर्ट के असर के रूप में अब नगर पंचायत ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
Exclusive : 60 लाख की स्ट्रीट लाइट योजना 15 दिन में ठप…नगर पंचायत पवनी में लापरवाही या भ्रष्टाचार ?
यह कदम प्रशासन द्वारा जनजागरण और मीडिया की जवाबदेही को स्वीकार करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। स्थानीय नागरिकों में अब उम्मीद जगी है कि नगर की अन्य बुनियादी सुविधाओं पर भी इसी तरह का ध्यान दिया जाएगा।
मात्र 15 दिन में खराब हो गया था स्ट्रीट लाइट…अंधेरे में डूबा था नगर का बड़ा हिस्सा : नवीन नगर पंचायत पवनी में लगभग 60 लाख के लागत से स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी जो 15 दिन बाद ही खराब हो गई थी। यह स्थिति न केवल आमजन की असुविधा का कारण बनी, बल्कि रात में राहगीरों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती बन चुकी थी।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार नगर के जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायतें की, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट ने इस मुद्दे को सार्वजनिक मंच पर प्रमुखता से उठाया।
मीडिया रिपोर्ट ने जगाई जिम्मेदारी : 30 अगस्त 2025 को प्रकाशित विशेष समाचार रिपोर्ट में नगर पंचायत की निष्क्रियता, स्ट्रीट लाइटों की दुर्दशा और आम नागरिकों की पीड़ा को प्रमुखता से उठाया गया। इस रिपोर्ट में विभिन्न वार्डों के अंधेरे में डूबे मार्गों के फोटो, स्थानीय नागरिकों के वक्तव्य और अधिकारियों से जवाबदेही की मांग को विस्तार से प्रस्तुत किया गया। खबर प्रकाशित होते ही नगर में चर्चा का विषय बन गई और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखी गई। आमजन ने इसे साझा करते हुए नगर पंचायत से त्वरित कार्यवाही की मांग की।
प्रशासन ने लिया संज्ञान…48 घंटे के भीतर शुरू हुआ कार्य : रिपोर्ट के बाद नगर पंचायत पवनी के मुख्य नगरपालिका अधिकारी (CMO) ने संज्ञान लेते हुए मरम्मत कार्य के आदेश जारी किए। स्थानीय ठेकेदारों को निर्देश दिया गया कि लाइटों को ठीक किया जाए। तकनीकी कर्मचारियों की एक टीम ने लाइटों की जांच शुरू की है।
स्थानीय नागरिकों ने जताया संतोष…पर जताई सतत निगरानी की आवश्यकता : स्ट्रीट लाइट के मरम्मत होते ही स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है। हालाँकि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि केवल खबर छपने पर एक बार की मरम्मत काफी नहीं है। आवश्यक है कि नगर पंचायत इस कार्य को नियमित रूप से जारी रखे और हर माह निरीक्षण कर खराब लाइटों को ठीक करे। बस स्टैंड निवासी संतोष साहू ने कहा,
“मीडिया की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। यदि समय रहते प्रशासन पर सवाल न उठाए जाते, तो यह कार्य अब भी लंबित रहता। हम प्रयास करेंगे कि नगर के हर कोने में रोशनी बनी रहे।”
जवाबदेही और जनदबाव से बदली तस्वीर : पवनी नगर पंचायत में स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की शुरुआत यह दर्शाती है कि जब मीडिया ईमानदारी से जन समस्याओं को उजागर करता है और जनता सजग होकर प्रशासन से सवाल करती है, तो व्यवस्था को भी ज़िम्मेदार होना पड़ता है।
यह घटना उदाहरण है कि छोटी-सी कोशिश भी बड़ा बदलाव ला सकती है बशर्ते उस कोशिश में सच्चाई, ज़मीन से जुड़ा दृष्टिकोण और जनहित की भावना हो। जनहित में खबर प्रकाशन पर लोगो ने घटना मंचन की टीम को बधाई दी है।