गोमर्डा अभ्यारण के किसानों ने दी अनिश्चितकालीन चक्काजाम की चेतावनी…
रुपेश श्रीवास
सारंगढ़ : सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़ अनुविभाग अंतर्गत गोमर्डा अभ्यारण के 28 गांव के लोगों ने निजी राजस्व भूमि के क्रय विक्रय के पंजीयन एवं वनोपज संग्रह से वंचित किये जाने पर छतिपूर्ती राशि की मांग सहित 6 सूत्रीय बिन्दुओं का ज्ञापन कलेक्टर एसपी एवं वन मण्डलाधिकारी को देकर अपनी मांग रखी है। ज्ञापन देने वाले किसान मालिकराम पटेल, गिरजा पटेल, बहादुर पटेल, पद्मलोचन पटेल, भोजराम पटेल, निलेश पटेल, बोदलाल पटेल, गुलाब पटेल, निलमणी पटेल, मोहन पटेल, लोचन पटेल, पलाउराम सिदार, रामप्रताप पटेल, दुर्गेश पटेल, अमृतलाल व अन्य किसानों ने समस्या के निराकरण हेतु उचित पहल नही करने पर एन एच 153 में 10 मार्च को ग्राम कनकबीरा में अनिश्चितकालीन चक्का जाम अल्टीमेटम दिया है।
गोमर्डा अभ्यारण के अंतर्गत वर्तमान में 28 राजस्व ग्राम देवसर, कोर्रापानी, भालूपानी, छींचपानी, नरगीखोल, बगबंध, खम्हारपाली नवापीली, लुरका, गोमर्डा, डोंगीपानी गंधराचुआं, रामटेक, सराईपाली, अचानकपाली, दमदरहा, टमटोरा, करगीपाली, घठोरा, मांजरमाटी, पिपरदा, दबगांव पठारीपाली, बोहराबहाल, नरेशनगर, जवाहरनगर, कनकबीरा, शिवपुरी हैं जहां के कृषकों के निजी भूमि स्वामी हक का कुल रकबा 2270.160 हे0 है तथा राजस्व भूमि का कुल क्षेत्रफल 34.38 वर्ग किलोमीटर है जिसकी क्रय विक्रय किये जाने पर पंजीयन की मांग किसान कर रहे हैं वहीं इन ग्रामवासियों को अभ्यारण की सीमा के अंदर बसे होने के कारण वनोपज संग्रह का लाभ नही मिल रहा है लेकिन आसपास के गांव के लोग गोमर्डा अभ्यारण के जंगल से तेन्दुपत्ता तोड़कर अपने नाम पर बेचते हैं और वन विभाग के माध्यम से संचालित जनश्री बीमा , मेधावी छात्रवृत्ति, तेन्दुपत्ता बोनस योजना का भी लाभ लेते हैं लेकिन 28 गांव वालों को इन योजनाओं का लाभ नही दिया जाता है साथ ही छतिपूर्ति राशि के रूप में प्रति परिवार दो हजार रूप्ये दी जा रही थी उसको भी अब नही दिया जा रहा है इसी कारण से विरोध पनप रहा है।