गिरीश सोनवानी
देवभोग : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना जिसके अंतर्गत हर घर पानी पहुंचाना शासन का लक्ष्य है। शासन इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन इस योजना को देवभोग ब्लॉक में पतीला लगाते देखा जा सकता है। एक ओर जहां शासन की मंशा है कि प्रत्येक घरों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराना लेकिन दूसरी तरफ देवभोग ब्लॉक में यह योजना फ्लॉप साबित होते दिखाई दे रहा है।
आपको बता दें कि ब्लॉक के कुछ ऐसे गांव जहाँ पर पानी टंकी तो बना दिया गया है लेकिन ग्रामीणों को सही ढंग से पानी नही मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति देवभोग ब्लॉक के ग्राम कुम्हड़ई खुर्द, कुम्हड़ई कला, डूमरबाहाल, झाँखरपारा, माडागाव में देखने को मिल रहा है। कुम्हड़ई कला ग्राम पंचायत की बात करें तो नल जल योजना के तहत घटिया एवं स्तर हीन कार्य करवाया गया है। संबंधित विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार की लापरवाही से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। कुम्हड़ई कला में टंकी बने तीन माह होने जा रहा है, प्रत्येक घरों में नल भी लगा दिया गया लेकिन अभी तक पानी की एक बूंद यहां के ग्रामीणों को नसीब नहीं हो पा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि ठेकेदार एवं संबंधित विभाग के अधिकारी की मिली भगत से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। और रही सही कसर ठेकेदार के द्वारा गली में गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है जिससे आम लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
संबंधित विभाग के जिले के अधिकारी के मॉनिटरिंग के अभाव के चलते ही ठेकेदार के द्वारा शासन के मापदंड के अनुसार न बनाकर स्टीमेट को दर किनार कर जल जीवन मिशन के कार्य को अपने मन मर्जी से किया जा रहा है। ठेकेदार के लापरवाही कार्य को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है ग्रामीण अब कलेक्टर से शिकायत करने की तैयारी में हैं। अब देखना होगा कि ग्रामीणों को कब तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध होता है या फिर ग्रामीण पानी के लिए ऐसे ही तरसते रहेंगे।